Spiritual education

Wednesday, July 15, 2020

Nag pooja kitani labhdayak

नाग पूजा कितने लाभदायक है


नागपंचमी की कथा का जिक्र करते हुए भविष्यपुराण के पंचमी कल्प में नाग पूजा, नागों की उत्पत्ति और उनके द्वारा पंचमी तिथि को खास बनाए जाने के कारण का जिक्र कहा गया है। दरअसल जब सागर मंथन हुआ था तब माता की आज्ञा ना मानने के कारण इन्हें शाप मिला की राजा जनमेजय के यज्ञ में जलकर तुम सभी भस्म हो जाओगे। तब घबराए हुए नाग ब्राह्माजी की शरण में पहुंचे। ब्रह्माजी ने इन्हें बताया कि जब नागवंश में महात्मा जरत्कारू के पुत्र आस्तिक होंगे वह आप सभी की रक्षा करेंगे। जिस दिन ब्रह्माजी ने नागो को रक्षा का उपाय बताया था वह पंचमी तिथि थी। आस्तिक मुनि ने सावन की पंचमी को ही नागों को यज्ञ में जलने से बचाया और इनके ऊपर दूध डालकर जलते हुए शरीर को शीतलता प्रदान किया। इस समय ही नागों ने आस्तिक मुनि से कहा कि पंचमी को जो भी मेरी पूजा करेगा उसे नागदंश का भय नहीं रहेगा। तब से पंचमी तिथि के दिन नागों की पूजा की जाती है।
इस स्वतंत्रता से इतना तो हमें देखने को मिला ही है कि पहले के ऋषि मुनि जीवो को बचाने में कितनी दिलचस्पी रखते थे इस दंतकथा के आधार पर नाग पंचमी शुरू हुई हो तो इससे तो यही कहा जाएगा नाग जनता को डराकर पुजवा रहे हैं
भारत में अंध श्राद्ध चरम पर 

हमारे देश में अंधविश्वास चरम पर है अंधविश्वास के चलते नागों को पूजने की परंपरा शुरू हुई है जबकि ऐसा एक भी केस देखने में नहीं आया कि नाग पूजा से इन लोगों को कोई सुख सुविधा या कोई कार्य हुआ हो यह तो सिर्फ उन ऋषियों द्वारा सर्पों की प्रजाति को बचाने के लिए किया गया एक प्रयास को त्योहार के रूप में परिवर्तित हमारे देश के प्रतिष्ठित ब्राह्मण जो जनता को गलत रास्ता दिखाते हैं ने कर दिया इस अंधविश्वास को तोड़ने के लिए हमें प्रमाण की जरूरत होगी

भारत की जनता की आस्था का दुरुपयोग खूब हो रहा है इस अंधविश्वास पर भारत में हुए कबीर साहिब जी ने कटाक्ष किया
यथार्थ ताकि जानकारी दी वेदों पुराणों गीता जी में वर्णित पूजा की विधि से अवगत कराया तथा पत्र पूजा में मूर्ति पूजा के खंडन करके इस भोली जनता को सन्मार्ग बताने की कोशिश की उस समय भारत मैं जनता शिक्षित नहीं होने से ज्ञानियों गुरुओं का दाग लग गया और जनता को कबीर साहेब द्वारा बताइए सच्चाई झूठा बताया परमेश्वर कबीर साहेब द्वारा लिखित कबीर सागर को वर्तमान में सच्चे गुरु रामपाल जी महाराज द्वारा भारत की जनता को सरल व आसान भाषा में सत्संग के माध्यम से तथा पुस्तकों के माध्यम से उस वेदों पुराणों गीता जी में वर्णित सच्ची शास्त्र अनुकूल भक्ति से अवगत करा रहे हैं आज की शिक्षित जनता उस सच्चाई को अपने मूल शास्त्रों में देखकर उस पर गौर फरमाएं जिससे कि हम अंधविश्वास से बच सकें और इस मनुष्य जन्म के मूल उद्देश्य को जानकर जन्म मरण के चक्कर से मुक्त हो सकें अधिक जानकारी के लिए आप जरूर देखें साधना टीवी शाम 7:30 से 8:30 हमेशा

Wednesday, July 8, 2020

what Right education

सही शिक्षा क्या है


  शिक्षा का महत्व मानव जीवन में बहुत ही ज्यादा हो गया है वर्तमान में अशिक्षित व्यक्ति को कोई इज्जत नहीं मिलती तथा वह अपने दैनिक कार्यों में परेशानी अनुभव करता है क्योंकि हर जगह शिक्षा की जरूरत होती है जो स बैंक में सरकारी ऑफिसों में हर जगह शिक्षा की जरूरत होती है इसीलिए वर्तमान में अशिक्षित व्यक्ति की समाज में भी कोई इज्जत नहीं होतीआज के डिजिटल जमाने में शिक्षा का महत्व और भी कई गुना बढ़ जाता है
वर्तमान में शिक्षा का महत्व समाज में इसलिए भी है क्योंकि सरकारी नौकरी में शिक्षित होना अनिवार्य होता है इसी लिए  भी  शिक्षा मिल की होड़ लगी हुई है  वर्तमान में सरकारें भी शिक्षा पर जोर दे रही है जिससे कि हर इंसान शिक्षित होकर अपना सभी कार्य सरलता से कर सकें जो शिक्षाएं वर्तमान में सरकारी स्कूलों में दी जा रही है उनमें नैतिक शिक्षा ना मिलने से समाज में कुरीतियां फेल रही है कुरीतियों की मूल जड़ शिक्षा के साथ-साथ वर्तमान में इलेक्ट्रिक टेलीविजन भी है जिससे फिल्मों में दिखाए गए अश्लीलता के कारण भी समाज में कई तरह की कुरीतियां खेल रही है  महान संतों ने बताया है कि शिक्षा एक विष के समान है अगर इसका सही उपयोग ना किया जाए तो अभिमान रूपी राक्षस पनपता है जो इस मानव जीवन के लिए सबसे खतरनाक

वर्तमान में शिक्षा का महत्व


शिक्षा प्राप्ति के बाद इस मानव जीवन का मूल उद्देश्य जो हमारे पवित्र ग्रंथों में लिखा है उसके अनुसार हमें आध्यात्मिकता
की ओर अग्रसर होना चाहिए जिससे हमारा मनुष्य जीवन सुख में बन सके मनुष्य जीवन हमारे पवित्र शास्त्रों में बताए अनुसार मोक्ष प्राप्ति के लिए मिला है इस मूल उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें अपने सद ग्रंथों में बताए अनुसार एक सतगुरु की जरूरत होती है उस सतगुरु के प्राप्ति के उपरांत ही हम मोक्ष की प्राप्ति कर सकते हैं वर्तमान में सतगुरु संत रामपाल जी महाराज के सिवा पूरी दुनिया में और कोई नहीं है इसका हमारे सदग्रंथो प्रमाणित कर दिया है मनुष्य जीवन को सफल बनाने वाले आध्यात्मिक ज्ञान को सरलता से समझाते हुए तथा हमारे शास्त्रों के अनुकूल भक्ति विधि बताने वाले संत रामपाल जी महाराज पूर्ण मोक्ष की भक्ति विधि से किसी भी तरह का व्यक्ति इस भक्ति को करके पूर्ण मोक्ष प्राप्त कर सकता है अधिक जानकारी के लिए जरूर देखें साधना टीवी 7:30 से 8:30 हमेशा

Wednesday, June 24, 2020

Wednesday, June 17, 2020

Janmashtmi

Krisna janmastmi

वर्तमान में विष्णु अवतार श्री कृष्ण को पूर्ण भगवान मानकर आज कम से कम पूरा भारत महान कि इन से बड़ी कोई शक्ति नहीं यह तीन लोक के मालिक इनकी सामर्थ्य यह है कि मोरध्वज के पुत्र ताम्रध्वज को आरे से चिरवा कर पुन्हे जीवित करदिया जबकि महाभारत के युद्ध में अभिमन्यु जो श्री कृष्ण बहन सुभद्रा का पुत्र था उसको जीवित नहीं कर सके क्योंकि उसके स्वास बाकी नहीं थे और ताम्रध्वज के स्वास बाकी थे इसलिए जीवित कर सके पूर्ण परमेश्वर दो वह होता है जो अगर उसकी आयु भी क्षीण हो गई हो तो भी उसको सत वर्ष की आयु अपने कोठे से प्रदान करता है उस पूर्ण ब्रह्म परमेश्वर की जानकारी चारों वेदों में वर्णित है उस पूर्ण ब्रह्म की भक्ति करने से हमारे जीवन में कभी कष्ट नहीं आए आते हैं अगर परमेश्वर की भक्ति करते हुए भी कष्ट आएंगे तो फिर भगवान की भगति का क्या मतलब


Thursday, June 11, 2020

Cristin religion

Justice is messenger

क्रिश्चियन धर्म की पवित्र पुस्तक बाइबिल में भी यह प्रमाणित कर दिया कि परमेश्वर भगवान सच्चा प्रभु कबीर साहिब है अयूब 36:5 (ऑर्थो डोक्स  यहूदी बाइबिल ojb) मैं लिखा है कि परमात्मा कबीर जी शक्तिशाली है परंतु किसी से घृणा नहीं करता परमेश्वर कबीर जी सामर्थी वे विवेकपूर्ण है  बाइबिल के  अनुवाद कर्ताओं ने कम बुद्धि वे आध्यात्मिक ज्ञान की कमी के संपूर्ण ज्ञान न होने के कारण परमेश्वर कबीर जी को शक्तिशाली व समर्थी वाला लिख दिया

Holy Scriptures


Holy Bible

Holy gurugranth sahib

Holy Quran

Holy Geeta 

Holy durga puran

Holy Vedas

Holy guru granth sahib

Wednesday, June 3, 2020

KABIR SAHEB KI MAGAHAR LILAYE

        5 जून 2020 कबीर साहेब प्रकट दिवस

कबीर परमेश्वर जी ने शास्त्र विरूद्ध साधकों द्वारा फैलाए अज्ञान को अपने शास्त्र अनुकूल ज्ञान से खत्म करने के लिए कबीर परमेश्वर  ने 120 वर्ष लीलाय की अंतिम दिलाएं परमेश्वर कबीर जी ने मगहर मैं की जहां पर ब्राह्मणों पंडितों ने एक क्रांति फैला रखी थी कि जो मगर में मरेगा वह सीधा गधा बनेगा परमेश्वर कबीर साहिब ने इस अज्ञान को मिटाने के काशी के पंडितों को साथ लिया और स्वयं मगहर से अपने निजी लोक जाने की लीला की


 प्रभु ने मगहर में एक आमनी नामक नदी जो भगवान शंकर के श्राप से सूख चुकी थी उसमें फिर से जल प्रवाहित किया जिससे मगर के लोगों में खुशी छा गई और परमेश्वर जब अपने लोग को चलने लगे तब उन्होंने एक चद्दर नीचे बिछाई तथा दूसरी चद्दर ऊपर ओढ़ कर परमेश्वर अपने निज लोग को गमन करने लगे और आकाशवाणी की पंडितों अपनी पोती पढ़ कर बताना में स्वर्ग से भी ऊपर सतलोक जा रहा हूं परमेश्वर के जाने के उपरांत मघहर का नवाब बिजली खान पठान तथा काशी नरेश वीर देव सिंह बघेल परमेश्वर कबीर के पार्थिव शरीर के लिए झगड़ने के लिए तैयार हो गए तब परमेश्वर ने आकाशवाणी की और कहा कि मूर्खों मैंने आपको जीवन भर क्या यही जान दिया जो आप जग रहे हो और रही बात पार्टी शरीर की तो इसमें आपको शरीर नहीं मिलेगा जो वस्तु मिले उसको आधा-आधा बांट लेना

Nag pooja kitani labhdayak

नाग पूजा कितने लाभदायक है नागपंचमी की कथा का जिक्र करते हुए भविष्यपुराण के पंचमी कल्प में नाग पूजा, नागों की उत्पत्ति और उनके द्वारा ...